तिलक : Controversy vs Reality

 
तिलक : Controversy vs Reality

आतंक से डर नही लगता साहिब , तिलक से लगता है ।

सिद्धरमैया ने कहा कि हमे तिलक लगाने वालों से डरना चाहिए । क्या वाकई में तिलक इतना डरावना है ? पढ़े तिलक लगाने से क्या फायदे है -


तिलक :
तिलक  का अर्थ है भारत में पूजा के बाद माथे पर लगाया जानेवाला निशान। तिलक स्वयं नहीँ लगाना चााहिये कयूूँकी कहा गया है स्वंम तिलक लगाने से विनाश सुनिश्चित है। तिलक अन्य व्यक्ति द्वारा ही ग्रहण करना चाहिए। स्वतिलकधारियों से सावधान। धोखेबाज होते हैं चाहे किसी भी जाति के हों।
शास्त्रानुसार यदि द्विज (ब्राह्मण, क्षत्रीय, वैश्य) तिलक नहीं लगाते हैं तो उन्हें "चाण्डाल" कहते हैं। तिलक हमेंशा दोनों भौहों के बीच "आज्ञाचक्र" पर भ्रुकुटी पर किया जाता है। इसे चेतना केंद्र भी कहते हैं।
श्लोक :
  • पर्वताग्रे नदीतीरे रामक्षेत्रे विशेषतः| सिन्धुतिरे च वल्मिके तुलसीमूलमाश्रीताः||
मृदएतास्तु संपाद्या वर्जयेदन्यमृत्तिका| द्वारवत्युद्भवाद्गोपी चंदनादुर्धपुण्ड्रकम्||
चंदन हमेशा पर्वत के नोक का, नदी तट की मिट्टी का, पुण्य तीर्थ का, सिंधु नदी के तट का, चिंटी की बाँबी व तुलसी के मूल की मिट्टी का या चंदन वही उत्तम चंदन है। तिलक हमेंशा चंदन या कुमकुम का ही करना चाहिए। कुमकुम हल्दी से बना हो तो उत्तम होता हैं।

क्या यह महज दूसरों के सामने दिखावे के मकसद से किया जाता है या फिर तिलक धारण का कुछ वैज्ञानिक आधार भी है? दरअसल, टीका लगाने के पीछे आध्यात्म‍िक भावना के साथ-साथ दूसरे तरह के लाभ की कामना भी होती है।

आम तौर पर चंदन, कुमकुम, मिट्टी, हल्दी, भस्म आदि का तिलक लगाने का विधान है. अगर कोई तिलक लगाने का लाभ तो लेना चाहता है, पर दूसरों को यह दिखाना नहीं चाहता, तो शास्त्रों में इसका भी उपाय बताया गया है. कहा गया है कि ऐसी स्थ‍िति में ललाट पर जल से तिलक लगा लेना चाहिए
इससे लोगों को प्रत्यक्ष तौर पर कुछ लाभ बड़ी आसानी से मिल जाते हैं।
तिलक लगाने से होने वाले लाभ:
1. तिलक करने से व्यक्त‍ित्व प्रभावशाली हो जाता है. दरअसल, तिलक लगाने का मनोवैज्ञानिक असर होता है, क्योंकि इससे व्यक्त‍ि के आत्मविश्वास और आत्मबल में भरपूर इजाफा होता है.
2. ललाट पर नियमित रूप से तिलक लगाने से मस्तक में तरावट आती है. लोग शांति व सुकून अनुभव करते हैं. यह कई तरह की मानसिक बीमारियों से बचाता है.
3. दिमाग में सेराटोनिन और बीटा एंडोर्फिन का स्राव संतुलित तरीके से होता है, जिससे उदासी दूर होती है और मन में उत्साह जागता है. यह उत्साह लोगों को अच्छे कामों में लगाता है.
4. इससे सिरदर्द की समस्या में कमी आती है.
5. हल्दी से युक्त तिलक लगाने से त्वचा शुद्ध होती है. हल्दी में एंटी बैक्ट्र‍ियल तत्व होते हैं, जो रोगों से मुक्त करता है.
6. धार्मिक मान्यता के अनुसार, चंदन का तिलक लगाने से मनुष्य के पापों का नाश होता है. लोग कई तरह के संकट से बच जाते हैं. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, तिलक लगाने से ग्रहों की शांति होती है.
7. माना जाता है कि चंदन का तिलक लगाने वाले का घर अन्न-धन से भरा रहता है और सौभाग्य में बढ़ोतरी होती है।

सिद्धरमैया के लिए तो यही कहना है

सिद्धरमैया : आतंक से डर नही लगता साहिब .... तिलकधारी से लगता है !!
फैजू : तिलक टोपी तो छोड़ो साहिब , हमे तुमसे बहुत डर लगता है ।।


फिलहाल तिलक लगाने से कोई डर नही है और न
तिलक लगाने वालों से , बस डर इन वोट के भूखे सफेद कपड़े वाले भेडियो से लगता है ।
बच के रहिये इनसे ।
और हमारे साथ रहिये ।
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Thanks for reading .
Two words Ends ...

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2 Comments

  1. Replies
    1. Der se hi shi .. lekin Arya bhai Thankyou. Tumhara .. haa bhut thankyou ☺️☺️

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