जिंदगी में सबसे रूह कपाने और कभी न भूलने वाली कहानी !! अगर जीवन में कोई साथी है तो पढ़े जरूर

एक सच्ची कहानी



मेरी लव मैरिज हुई। मेरी पहली मुलाकात २००२ में हुई थी जब हम कॉलेज में थे। पहली बार में देखा प्यार तो नहीं कहेंगे पर हा लगभग २ हफ्ते में प्यार का अंकुर फुट चुका था। मेरे लिए कई लड़कियों के ऑफर थे, कइयों से हल्का फुल्का इश्क़ भी हुआ लेकिन अब जो हुआ वो कुछ सीरियस वाला था। अनीता(परिवर्तित नाम) शुरू से ही को- एड में पढ़ी थी, सुन्दर भी खूब, खूब लडको ने प्रपोज भी किया लेकिन कभी किसी को हा नहीं कहा। यह मेंने अच्छे से जान लिया था। खैर बाते आगे बढ़ी जैसे हर किसी का इश्क़ आगे बढ़ता है मेरी गाड़ी भी आगे बढ़ी। छोटी मोटी लड़ाई हर किसी के साथ होती है, हमारी भी होती थी पर एक दूसरे को मना लेते थे। घर पर सिवाय मेरी बहन के किसी को कुछ नहीं पता था। पांच साल बाद अच्छे से एक दूसरे को जानने के बाद हमने घर पर बम फोड़ा। एक बार का तो हाहाकार मच गया पर हम अडिग थे। इस दौरान ना तो मै ना ही वो कभी किसी और के साथ ज्यादा घुले मिले। खैर एक साल बाद घर वाले मान गए तो धूम धड़ाके के साथ हमारी शादी भी हो गई। यह लव कम अरेंज मैरिज थी। सभी अनीता को बहुत पसंद करते थे, और मुझे मेरे ससुराल में सभी बहुत पसंद करते थे। हम एक दूसरे के लिए ही बने थे। हम सभी के लिए एक आइडियल कपल थे। तीन साल बाद एक बेटा और उसके चार साल बाद एक बेटी भी हो गई। इस दौरान हम फाइनेंसियल भी बढ़ रहे थे । मै बताना भूल गया कि अनीता 2006 से जॉब कर रही थी। उसका अपने कार्यस्थल में भी जोरदार रुतबा है आज भी । हम फेसबुक इंस्टग्राम अडोस पड़ोस रिश्तेदारी हर जगह नंबर वन कपल आज भी है। खूब हमने भारत में भारत के बाहर यात्रा की। सब कुछ बहुत बढ़िया। मै कभी अपनी बीवी पर शक नहीं करता था लेकिन कोई उसके नजदीक जाने कि कोशिश करता तो मुझे बुरा ज़रूर लगता था। हा अनीता भी किसी को अपने पास फटकने नहीं देती थी। यह सब मुझे अच्छे से मालूम है। 2018 तक सब सही सही चल रहा था। मेरी और अनीता की सेक्स लाइफ बड़ी ही मजेदार चल रही थी। मै हमेशा उससे पूछता रहतउ था कि क्या वो खुश है, और वो बहुत ही खुश थी भी। एक्स्ट्रा मैरिटल अफयर्स के बारे में हम दोनों का हिसाब साफ था कि नहीं मतलब नहीं मतलब ये बेवकूफ लोगो का काम होता है। हा वो मजाक में हमेशा कहती भी थी कि तुम्हारा कुछ मिला तो काट दूंगी, टुकड़े टुकड़े कर दूंगी। अनीता के के स्टाफ में एक पियोंन जो की आज से करीब दो साल से काम कर रहा था और उम्र मै अनीता से करीब 12 साल छोटा है काम कर रहा है। अनीता की एक और सहेली है जिसका एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर रहा जिसका पता हमे दिसंबर 2018 में चला।
बात को में थोड़ी आगे ले जा रहा हूं और फिर वापिस घुमाऊंगा।
आज से करीब महीना भर पहले मेरा ससुराल जों की लोकल ही है और क्युकी मेरे सास ससुर पास के शहर Banaras कोई काम से गए हुए थे तो उनका घर खाली ही था। चाबी हमेशा कुछ सीक्रेट जगह होती है जो घर वालो को पता होता ही है। एक दिन में करीबन 4 बजे अपने ऑफिस से निकला और कुछ आगे पहुंचा ही था कि ससुराल के पड़ोस से एक दीदी का फोन आया की अनीता फोन नहीं उठा रही है वो यही है और उसने बोला किं वो सोने अाई है और उसकी ट्यूशन है ऐसा कुछ तो तुम देख लो। मुझे लगा अरे अभी 3 बजे तो मेरी बात हुई थी अनीता से तो उसने तो नहीं बताया, हो सकता है कि वो शांति से सोना चाहती है इसलिए अाई होगी। मैंने फोन नहीं किया और सरप्राइज देने सीधे वहीं चला गया। गेट बंद था तो मैने सरप्राइज मिस नहीं करने के लिए रिस्क ले कर गेट चुपके से कूद कर चला गया । आगे ड्राइंग रूम का गेट बंद था लेकिन बारिश के बाद वो कुण्डी नहीं लगती है तो मैने गेट सीधे ही खोल दिया। मेरी जान जिससे में सांसों से भी ज्यादा प्यार करता हूं मुझे देखते ही घबरा गई, वो अपने कान के टॉप्स और घड़ी पहन रही थी, में जैसे ही रूम में घुसा वो पियॉन् वहां कोने में बैठा था। बस में मरा ही नहीं लेकिन आत्मा मर गई। ऐसा कभी सपने में भी नहीं सोचा था। मै जैसे ही उस की तरफ बढ़ा वो सॉरी बोला और उस पेओन को जाने दिया, मुझ में इतनी शक्ति नहीं बची की में उसको रोक पता और फिर हमने बात की, मेरा दिल और शरीर थार थार काँप रहा था, हलाकि अनीता की भी वही हालत थी उस से मैंने पुछा ये क्या था तो वो बोली की वो उस से प्यार करती है ! मेरी फॅमिली इनकम करीबन २ लाख रूपये per month तो उस पेओन की करीबन 15 हज़ार थी, मुझसे वो दिखने में भी काफी नीचे था, मतलब की कोई मेल-मिलाप दूर दूर थक भी नहीं था. मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था, मैंने रूम की तलाशी ली पर मुझे कुछ नहीं मिला जिस पर अनीता ने कहा की ऐसा कुछ नहीं हुआ है जैसा की तुम सोच रहे हो, हम सिर्फ इस रिश्ते को बात कर के आज ख़तम करने के लिए ही आये थे और हमे कोई सेफ जगह नहीं मिली, बात करने के लिए तो यही मिल लिए, आज के बाद हमारा रिश्ता ख़तम था, लेकिन अब क्युकी तुमने देख लिया है तो में अपराधबोध में ग्रस्त हु तो मुझे तो मरना ही पड़ेगा, वो रोये जा रही थी और मुझको उसको मारने के लिए बोल रही थी. पर में उसको नहीं मार सकता था क्युकी में फिर भी उसको बहुत प्यार करता था.... दिल टूट गया मैंने उसको हर तरह से टटोलने की कोशिश की पर वो बोली की हमने कुछ सेकण्ड्स का hug किया है वो भी दोस्त की तरह... पर मेरा मन कहा मानने वाला था में अगले दिन फिर वह दीवार कूद के गया आउटर पूरा रूम चेक किया पर कुछ नहीं मिला.. सात रातो तक मुश्किल से कुल मिला कर सात घंटे नींद आयी होगी, फिर क्युकी मेरी beewi के पास जिओ का सिम था जो की मेरे नाम से ही है तो में जिओ के ऑफिस गया तो उसने बोला की माय जिओ अप्प में पूरी कॉल डिटेल्स आती है... मैंने रात में उसके सोने के बाद तुरंत मेरे फ़ोन में उसका नंबर लिंक कर लिया और उसकी पूरी कॉल डिटेल्स देखि तो मेरे होश उड़ गए.. पिछले दो महीनो में तो वो बाते ही सिर्फ उसी से कर राइ थी... उस दिन पकड़ने के बाद भी उसने अगले दिन, उसके अगले दिन रोज़ उसको कॉल किया था... मेर समझ में कुछ नहीं आ रहा था.. हम संयुक्त परिवार में रहते है तो मेरी माँ ने मुझे बोला था की ये पूरे दिन फ़ोन पर लगी रहती है पर मैंने उल्टा उनको ही टोक दिया कई बार वो मुझसे उसके बारे में बात करती थी पर क्युकी में खुले दिमाग का था तो मैंने कभी उसको रोका नहीं, अनीता के कुछ दोस्त भी थे पर मैंने कभी किसी से बात करने के लिए नहीं रोका... वो कान्वेंट से थी और में एक सरकारी स्कूल से पर मेरे को कोई जज नहीं कर सकता क्युकी मैंने कई कान्वेंट वालो को पद्य हुआ है.... खैर वो उस से व्हाट्सप्प(आज के टाइम की साड़ी फसाद की जड़) व्हाट्सप्प में ऊपर की तरफ तीन फ्रेकेंट्ली कॉंटेक्टेड आते है जिसमे कई बार उसका नाम आता था पर मैं चाट में नाम नहीं होता था.... मुझे कभी कभी हल्का डाउट भी होता था पर ये बात किसी भी एंगल से गले नहीं उतरती थी तो में जाने देता था... कुछ टाइम पहले से बीवी जब में घर पर होता था तो फ़ोन को स्विच ऑफ कर देती थी तो भी मुझे अजीब लगा पर फिर भी गलत नहीं सोचा... खैर अब बीवी अपराधी थी पर मैंने न उसको मारा न ही उसके माँ बाप को बताया, सिर्फ उसकी दीदी को आधी बात कसम डलवा के इसलिए बताई क्युकी मुझे ऐसा फील हो रहा था की मुझे कसी भी टाइम हार्ट अटैक आ सकता है, अगर में मर गया तो बात आगे गलत हो सकती है... वो भी बहुत परेशां रही मगर कसम के कारन अपनी बहन से कुछ नहीं कह पायी.... फिर हफ्ते भर बाद उस चपरासी से में अकेले में मिला और उसको वह से जाने के लिए धमकाया जिस पर वो मान भी गया लेकिन हफ्ते भर बाद पता नहीं कही से हिम्म्मत आयी तो वापिस आ भी गया... चपरासी यु तो बड़ा सीधा सा लगता है, मुझसे माफ़ी भी बहुत मांगी पर अब क्या मतलब... उसकी खास बात यह है की वो बहुत ही हसंमुख है जिसे कार्यस्थल पर सभी बहुत पसंद करते है ऐसा मुझे पहले से मालूम है... पर आप ऐसा कभी नहीं सोच सकते तो मैंने भी नहीं सोचा.... उसके २ दिन बाद मैंने बीवी को घुमा फिर कर सच्चाई उगलवा ही ली थी... वही हुआ जिसका दर था... है उन्होंने सेक्स किया था और तो और ये दूसरी बार था... फिर बीवी ने सब बता दिया की एक ही जगह काम करते करते बात करते करते कब आँखे मिली और कुछ अजीब सा लगने लगा.. और उस लड़के ने एक दिन प्रोपोज़ ही कर दिया और ये मन नहीं कर पायी और फिर ........ मैंने पूरे घटनाक्रम को विस्तार सी जाना तो पाया की दुनिया में कोई अब्सोलुटे रिलेशन नहीं होता.... इ किसी के साथ भी हो सकता है.... वेब्सीरीज देखने से भी दिमाग घूम रहा है, हम जब किसी के बारे में सुनते है तो हम अपने आप को भी उस दिशा में ले जाते है... जवाब लिखने का मूल कारन यह है की में पढ़ने वाले सभी लोगो को यह सन्देश देना चाहता हु की अदि आप की शादी नहीं हुई है या हुई है आप अपने जीवन साथी को धोखा तो न दे... शरीर दिमाग, परिवार सब कुछ टूट जाट है... आप कल्पना भी नहीं कर सकते कितनी भयावह स्तिथि से गुजर रहा हु.. कितना भी प्यार करते हो जासूस न बने पर कोई भी बहक सकता है तो कुछ तो करे जैसे कही से साल डिटेल्स तो लेते रहे टाइम से टाइम...
आज मेरी beewi ko mein व्यभिचारी भी नहीं कह सकता क्युकी वो 17 साल तक सिर्फ मेरी थी इनफैक्ट आज भी मेरी ही है रोज मुझसे दिन में 5 बार माफ़ी मांगती है रोती रहती है.. उसे खुद नहीं पता ऐसा क्यों हुआ शायद वो वशीकरण ही था क्युकी ऐसा होने के चांस नहीं के बराबर थे... मोडल जैसे दोस्तों को छोड़ कर, अमेरिका के दोस्त जो आज भी मेरी बीवी के पीछे पागल है उनको छोड़ के, मर्सेडीज वाले रिश्ते को ठुकरा कर अनीता ने मुझे चुना था... फिर यह कैसे हो गया.... आप चाहे बीवी हो या पति अपने पार्टनर का पूरा ख्याल रखे... अगले विक्टिम आप भी हो सकते है... मेरी बीवी ने उसे पूरा भुला दिया है और आशा करता हु की कभी याद भी नहीं करेगी... पूरी कोशिश है की नयी जॉब मिल जाए तो कार्यस्थल भी चेंज हो जाए पर अभी तो रोज कश्मकश रहती है.... पर समय सबसे बड़ा घाव भरने वाला होता है... अब हमारा प्यार और बढ़ गया है.... एक बार मैंने क्वोरा पर ही एक स्टोरी पढ़ी थी की क्या एक समय में एक इंसान को क्या दो जानो से प्यार हो सकता है इस पर आज मुझे जवाब मिल गया... ये काण्ड में भी कर सकता था पर हो सकता है की मुझे ऐसा मौका नहीं मिला और आप भी कर सकते हो या हो सकता है की कर ही रहे हो... पर किसी का छुप जाता है और किसी का छाप जाता है.... जिंदगी बहुत कीमती आई और उससे भी कीमती है रिश्ते... इन्हे रोज सींचना पड़ता है... धन्यवाद

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